भारत सरकार ने कारीगरों और छोटे व्यापारियों की आर्थिक मदद के लिए एक महत्वपूर्ण योजना शुरू की है जिसे विश्वकर्मा योजना कहा जाता है। इस योजना का उद्देश्य छोटे कारोबारियों को कम ब्याज दर पर वित्तीय सहायता प्रदान करना है, ताकि वे अपना व्यवसाय बढ़ा सकें और आर्थिक मजबूती हासिल कर सकें। आइए इस योजना के बारे में विस्तार से जानें।
विश्वकर्मा योजना: क्या है और इसके लाभ
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य कारीगरों और हस्तशिल्पियों को 5% की रियायती ब्याज दर पर 3 लाख रुपये तक का ऋण प्रदान करना है। यह योजना उन लोगों के लिए एक वरदान है जो अपने काम को बढ़ावा देने के लिए पूंजी की कमी का सामना कर रहे हैं। इस योजना के तहत निम्नलिखित लाभ दिए जाते हैं:
- कम ब्याज दर: केवल 5% की ब्याज दर पर लोन।
- आसान लोन प्रोसेस: लोन पाने की प्रक्रिया सरल और तेज है।
- स्व-रोजगार का अवसर: अपने व्यवसाय को बढ़ाकर रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद।
कौन-कौन पात्र हैं इस योजना के लिए?
इस योजना के तहत निम्नलिखित लोग पात्र माने जाते हैं:
- कारीगर, जैसे बुनकर, बढ़ई, लोहार, और मिस्त्री।
- हस्तशिल्पी और छोटे व्यापारी।
- जिनके पास कोई सरकारी सब्सिडी नहीं है और जो स्वरोजगार में हैं।
पात्रता मानदंड | विवरण |
आयु सीमा | 18 से 60 वर्ष |
आवश्यक दस्तावेज | आधार कार्ड, बैंक खाता |
कर्ज की सीमा | अधिकतम 3 लाख रुपये |
लोन लेने की प्रक्रिया
अगर आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए सरल चरणों का पालन करें:
- पंजीकरण: योजना के तहत पंजीकरण के लिए नजदीकी बैंक या CSC केंद्र में जाएं।
- दस्तावेज़ जमा करें: आधार कार्ड, बैंक खाता और अन्य आवश्यक दस्तावेज जमा करें।
- लोन आवेदन: लोन के लिए आवेदन करें और आवश्यक जानकारी भरें।
- स्वीकृति: आवेदन की स्वीकृति मिलने के बाद राशि आपके खाते में जमा कर दी जाएगी।
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मुख्य विशेषताएं और लाभ
- सरल शर्तें: इस योजना के तहत, लोन की शर्तें सरल और पारदर्शी हैं।
- प्रोत्साहन: कारीगरों और व्यापारियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना।
- व्यवसाय विस्तार: 3 लाख रुपये तक का लोन लेकर छोटे व्यापारी अपने व्यवसाय का विस्तार कर सकते हैं।
FAQ’s : प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना
इस योजना में ब्याज दर क्या है?
5%
अधिकतम लोन राशि क्या है?
3 लाख रुपये
योजना का उद्देश्य क्या है?
आर्थिक सहायता