करवा चौथ व्रत का विशेष महत्व शादीशुदा महिलाओं के लिए होता है, और इसे लेकर कुछ खास नियम और परंपराएं भी निर्धारित की गई हैं। करवा चौथ व्रत के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं, ये जानना ज़रूरी है ताकि व्रत का सही तरीके से पालन किया जा सके।
करवा चौथ व्रत के दौरान क्या करें:
- 16 श्रृंगार: इस दिन सुहागिन महिलाओं के लिए 16 श्रृंगार करना अनिवार्य माना जाता है, जो उनके सौभाग्य और सुहाग की लंबी उम्र का प्रतीक है। इसमें बिंदी, सिंदूर, चूड़ियाँ, बिछुआ, काजल आदि शामिल होते हैं।
- मेहंदी: करवा चौथ पर हाथों में मेहंदी लगाना शुभ माना जाता है। यह मेहंदी सौभाग्य का प्रतीक होती है और माना जाता है कि जितनी गहरी मेहंदी रचती है, उतना अधिक प्यार पति-पत्नी के बीच होता है।
- लाल रंग का वस्त्र: करवा चौथ के दिन लाल रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। लाल रंग सौभाग्य और प्रेम का प्रतीक होता है, और महिलाएं इस दिन खासतौर पर इस रंग को धारण करती हैं।
- पूजा: दिन भर निर्जला व्रत रखने के बाद, शाम को करवा माता और भगवान शिव, पार्वती की पूजा की जाती है। महिलाएं समूह में बैठकर करवा चौथ की कथा सुनती हैं।
- चंद्र दर्शन: रात को चंद्रमा निकलने के बाद उसकी पूजा की जाती है। पूजा के बाद महिलाएं छलनी से चंद्रमा और फिर अपने पति का चेहरा देखकर व्रत तोड़ती हैं। पति के हाथ से पानी पीकर व्रत को समाप्त करना शुभ माना जाता है।
करवा चौथ के दौरान क्या न करें:
- ब्रह्म मुहूर्त में उठें: करवा चौथ के दिन महिलाओं को ब्रह्म मुहूर्त में उठकर अपनी तैयारियों को पूरा करना चाहिए। इस दौरान ‘सरगी’ का सेवन भी ब्रह्म मुहूर्त में ही करना होता है, ताकि व्रत को सफलतापूर्वक पूरा किया जा सके।
- सिंगार का सामान बर्बाद न करें: अगर सिंगार का कोई सामान व्रत के दिन बच जाए, तो उसे फेंकने के बजाय किसी पवित्र नदी में प्रवाहित कर दें। इसे अपशकुन माना जाता है यदि सिंगार का सामान इधर-उधर फेंक दिया जाए।
- धारदार चीजों का इस्तेमाल न करें: करवा चौथ के दिन महिलाओं को धारदार वस्तुओं जैसे कैंची, चाकू आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है और यह व्रत की सकारात्मकता को प्रभावित कर सकता है।
- मनमुटाव और अपशब्द से बचें: इस दिन किसी भी तरह का झगड़ा, विवाद या अपशब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। सकारात्मकता और शांति बनाए रखना जरूरी है, ताकि व्रत का पूरा फल मिल सके।
- तामसिक भोजन न करें: व्रत पारण के बाद महिलाओं को तामसिक भोजन (जैसे मांसाहार, शराब आदि) से परहेज करना चाहिए। इसके बजाय सात्विक और हल्के भोजन का सेवन करना शुभ माना जाता है।
- काले वस्त्र न पहनें: करवा चौथ के दिन काले वस्त्र पहनने से बचना चाहिए। इसे अशुभ माना जाता है और इससे पति-पत्नी के संबंधों में मनमुटाव की संभावना हो सकती है। इस दिन लाल, गुलाबी या अन्य शुभ रंग के वस्त्र पहनना बेहतर होता है।